केएमसी भाषा विश्वविद्यालय में ग्रामीण क्षेत्रों की कहानी लेंस की जुबानी विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया
ब्यूरो चीफ अंकित रावत
केएमसी भाषा विश्वविद्यालय में आज पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा संचालित सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस के अंतर्गत द्वारा ‘ग्रामीण क्षेत्रों की कहानी लेंस की ज़ुबानी’ विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
इस तीन दिवसीय कार्यशाला के आरंभ में आज शेड्स ऑफ़ रूरल इंडिया की फ़ाउंडर नीतू सिंह ने ग्रामीण क्षेत्र के मुद्दों पर विद्यार्थियों से चर्चा की। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि एक अच्छी कहानी का चुनाव कैसे किया जाए और कैसे ये कहानियां बदलाव का वाहक बन सकती है। ग्रामीण पत्रकारिता के क्षेत्र में एक दर्जन से ज़्यादा पुरस्कार जीत चुकी नीतू सिंह ने बताया कि पत्रकारिता में मल्टीटास्किंग कैसे करनी चाहिए और आवश्यकता और रुझान के अनुसार फ़ील्ड का चयन कैसे करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि किसी भी महिला के लिए इस फील्ड में क्या चुनौतियां हैं और वो कैसे उनका समाधान कर आगे बढ़ सकती हैं। अन्त में उन्होंने फोटोग्राफिक रूल्स के बारे में विद्यार्थियों को बताया है।
सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस की समन्वयक, डॉ तनु डंग ने बताया कि सभी विद्यार्थियों को चार चार के समूह में बांटकर विकास से संबंधित विषयों पर शोध करने को निर्देशित किया गया है। प्रशिक्षण के दूसरे दिन विद्यार्थी अपनी स्क्रिप्ट तैयार करेंगे और तीसरे दिन स्टूडेंट्स लिखी हुई स्क्रिप्ट पर वीडियो शूट करने पास के गांव जाएंगे।
इस कार्यक्रम का संचालन डॉ तनु डंग, असिस्टेंट प्रोफेसर जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग ने किया। इस अवसर पर डॉ रूचिता सुजोई चौधरी, विषय प्रभारी पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, डॉ काजिम रिज़वी, डॉ सचेंद्र शेखर, डॉ मो॰ नसीब और विभाग के सारे विद्यार्थी उपस्थित रहें।
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