ग्रामीण क्षेत्रों की कहानी लेंस की ज़ुबानी’ विद्यार्थियों ने गाँव राजपुर, BKT में जाकर ग्रामीण पत्रकारिता पर काम किया
ब्यूरो चीफ अंकित रावत
लखनऊ केएमसी भाषा विश्वविद्यालय के पत्रकरिता एवं जनसंचार विभाग के अंतर्गत स्थापित सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस की तीन दिवसीय कार्यशाला ‘ग्रामीण क्षेत्रों की कहानी लेंस की ज़ुबानी’ के तीसरे दिन आज विद्यार्थियों ने गाँव राजपुर, BKT में जाकर ग्रामीण पत्रकारिता पर काम किया।
तीन दिवस की इस कार्यशाला में पहले दिन ट्रेनर नीतू सिंह ने विद्यार्थियों को फील्ड में काम करने की ट्रेनिंग दी। कार्यशाला के दूसरे दिन विद्यार्थियों को स्क्रिप्टिंग सिखाई गई। आज तीसरे दिन विद्यार्थियों ने बक्शी के तालाब के एक छोटे से गांव राजपुर में ग्रामीण क्षेत्रों की उपलब्धियों एवं समस्याओं को समझा। विद्यार्थियों ने प्रश्नावली के द्वारा यह जानने का प्रयास किया कि गांव में सरकारी योजनाए कितनी कारगर है, ग्रामीण लोग इनके बारे में कितने जागरूक हैं और उसका उपयोग कर पा रहें हैं या नहीं। विद्यार्थियों ने सरकारी योजनाएं जैसे उज्ज्वला योजना, कन्या समृद्धि योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना, घर घर शौचालय इत्यादि मुद्दों पर ग्रामीणों के अनुभव साँझा किए। इसके साथ उन्होने गांव के लोक गीतो के बारे में गाँव की महिलाओं से देर तक चर्चा की एवं उन गीतों को कैमरे की मदद से क़ैद भी किया।
विकास संचार पर आज एक डॉक्यूमेंट्री भी शूट की गई जिसमे गांव की समस्याओं एवं उसके विकास से जुड़े मुद्दों को दर्शाया गया। यह विकास संचार की प्रयोगात्मक गतिविधि विद्यार्थियों को गाँव की ज़मीनी हक़ीक़त से जोड़ने एवं उसे बेहतर तरीक़े से समाज के सामने रखने में मदद करेगी। ऐसे कई अनुभवों के लिए विश्विद्यालय आगे भी काम कर रहा है जिससे विद्यार्थियों का सामाजिक सरोकार बढ़ाया जा सके।
इस कार्यक्रम की ट्रेनर डॉ तनु डंग, असिस्टेंट प्रोफेसर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग और नीतू सिंह, पत्रकार शेड्स ऑफ रूरल इंडिया रहीं। कार्यक्रम में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के २० विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
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