Saturday, April 30, 2022

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्विद्यालय में आज कुलपति प्रो नरेंद्र बहादुर सिंह के कार्यभार ग्रहण किया





 ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्विद्यालय में आज कुलपति प्रो नरेंद्र बहादुर सिंह के कार्यभार ग्रहण किया


ब्यूरो चीफ अंकित रावत

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्विद्यालय में आज कुलपति प्रो नरेंद्र बहादुर सिंह के कार्यभार ग्रहण करने पर प्रेस सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाषा विश्वविद्यालय को माइनॉरिटी इंस्टिट्यूट के रूप में जाना जाता है एवं इस छवि को बदलने की आवश्यकता है साथ ही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों में आस पास के गांवों को जोड़कर इस छवि को बदलने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि लड़कियों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए नई योजनाएं चलायी जाएंगी एवं जेंडर इक्विटी फंड का कार्यान्वयन किया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि अन्य विश्वविद्यालय से भाषा विश्वविद्यालय की फ़ीस काफ़ी कम है जिसका लाभ सभी विद्यार्थी उठा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से ज़्यादा से ज़्यादा आवेदकों को विश्विद्यालय में प्रवेश लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। प्रवेश प्रक्रिया के लिए विश्वविद्यालय के अधिष्ठाताओं को निर्देशित करते हुए उन्होंने एक समिति का गठन करने को कहा। उनका मानना है कि छात्रों को ज्ञान के साथ साथ हुनर भी आना चाहिए। उन्होंने बताया कि आगामी सत्र से प्लेसमेंट पर ज़ोर दिया जाएगा एवं कैंपस ड्राइव द्वारा कंपनीज़ को विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट के लिए आमंत्रित किया जाएगा।


 प्रेस सम्मेलन में भाषा विश्विद्याल के कुलसचिव, संजय कुमार, परीक्षा नियंत्रक, भावना मिश्रा, अधिष्ठाता छात्रकल्याण प्रो हैदर अली, अन्य अधिष्ठाता-प्रो एहतेशाम एहमद, प्रो चन्दना डे, प्रो मसूद आलम, डॉ तथीर फात्मा,के साथ प्रो संजीव त्रिवेदी  एवं विश्वविद्यालय की मीडिया प्रभारी  डॉ तनु डंग भी उपस्थित रहे।


भाषा विश्विद्यालय के लिए कुलपति प्रो एन बी सिंह के विजन के मुख्य बिंदु संलग्न हैं।


 1. राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 को लागू करना।


2. नैक के दिशा-निर्देशों के अनुसार नैक एक्रीडेशन।


3. सभी स्टेक होल्डर्स को सम्मिलित कर बेहतर शैक्षणिक वातावरण तैयार करना एवं विश्वविद्यालय में अनुसंधान और नवाचार को गति प्रदान करना। 


4. छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को गुड प्रैक्टिस, सामुदायिक सेवाओं, ग्रामीण जुड़ाव, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित समूहों (एसईडीजी) की मदद के लिए प्रेरित करना।


5. अनुसंधान, स्टार्ट-अप और परामर्श नियम तैयार करना। अनुसंधान कंसोर्टियम तैयार कर विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को शोध प्रकाशनों और शोध प्रस्तावों के लिए प्रेरित करना।


6. अल्पसंख्यक विश्वविद्यालय होने की धारणा बदलने के लिए विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों में जनता और हितधारकों की भागीदारी और सहयोग बढ़ाना।


7. इंटर कॉलेजों में विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों और अवसरों के बारे में जानकारी प्रसारित करना और छात्र नामांकन बढ़ाने के लिये अन्य विश्वविद्यालयों का सहयोग प्राप्त करना।


8. प्रमुख संस्थानों/विश्वविद्यालयों के साथ समझौता ज्ञापन और विदेशी छात्रों को आकर्षित करना।


9. एम्बेडिंग तकनीक और भाषा को बढ़ावा देते हुए सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) आधारित शिक्षण-शिक्षा और एकीकृत शिक्षण प्रबंधन प्रणाली (आईएलएमएस), अकादमिक क्रेडिट बैंक, ई-लाइब्रेरी और अन्य ई-संसाधनों का कार्यान्वयन।


10. स्टार्ट अप और इनक्यूबेशन गतिविधियों के लिए सुविधा सृजित करना। कौशल विकास, वास्तविक दुनिया की समस्याओं के निवारण और रोज़गार के अवसरों के लिए विश्वविद्यालय-उद्योग संबंधों को मज़बूत करना।


11. माँग के आधार पर नए विषयों में सर्टिफिकेट/डिप्लोमा/यूजी/पीजी शुरू करना।


12. आंतरिक राजस्व सृजन (आईआरजी) बढ़ाना।


13. कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय और अन्य परिसर सुविधाओं में सुधार और उन्हें हर समय अच्छी स्थिति और कार्यात्मक रखने के उपाय करना।


14. पारदर्शी, निष्पक्ष, उत्तरदायी और कुशल शैक्षणिक शासन स्थापित करना, अनुशासन बनाए रखने एवं उसकी 360° निगरानी करना।


15. छात्रों / शोधार्थियों को विश्विद्यालय कार्य अवधि के बाद भी सुविधाएँ उपलब्ध कराना। 

ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एन बी सिंह का विजन





ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एन बी सिंह का विजन



ब्यूरो चीफ अंकित रावत

 1. राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 को लागू करना।

2. नैक के दिशा-निर्देशों के अनुसार नैक एक्रीडेशन।

3. सभी स्टेक होल्डर्स को सम्मिलित कर बेहतर शैक्षणिक वातावरण तैयार करना एवं विश्वविद्यालय में अनुसंधान और नवाचार को गति प्रदान करना। 

4. छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को गुड प्रैक्टिस, सामुदायिक सेवाओं, ग्रामीण जुड़ाव, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित समूहों (एसईडीजी) की मदद के लिए प्रेरित करना।

5. अनुसंधान, स्टार्ट-अप और परामर्श नियम तैयार करना। अनुसंधान कंसोर्टियम तैयार कर विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को शोध प्रकाशनों और शोध प्रस्तावों के लिए प्रेरित करना।

6. अल्पसंख्यक विश्वविद्यालय होने की धारणा बदलने के लिए विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों में जनता और हितधारकों की भागीदारी और सहयोग बढ़ाना।

7. इंटर कॉलेजों में विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों और अवसरों के बारे में जानकारी प्रसारित करना और छात्र नामांकन बढ़ाने के लिये अन्य विश्वविद्यालयों का सहयोग प्राप्त करना।

8. प्रमुख संस्थानों/विश्वविद्यालयों के साथ समझौता ज्ञापन और विदेशी छात्रों को आकर्षित करना।

9. एम्बेडिंग तकनीक और भाषा को बढ़ावा देते हुए सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) आधारित शिक्षण-शिक्षा और एकीकृत शिक्षण प्रबंधन प्रणाली (आईएलएमएस), अकादमिक क्रेडिट बैंक, ई-लाइब्रेरी और अन्य ई-संसाधनों का कार्यान्वयन।

10. स्टार्ट अप और इनक्यूबेशन गतिविधियों के लिए सुविधा सृजित करना। कौशल विकास, वास्तविक दुनिया की समस्याओं के निवारण और रोज़गार के अवसरों के लिए विश्वविद्यालय-उद्योग संबंधों को मज़बूत करना।

11. माँग के आधार पर नए विषयों में सर्टिफिकेट/डिप्लोमा/यूजी/पीजी शुरू करना।

12. आंतरिक राजस्व सृजन (आईआरजी) बढ़ाना।

13. कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय और अन्य परिसर सुविधाओं में सुधार और उन्हें हर समय अच्छी स्थिति और कार्यात्मक रखने के उपाय करना।

14. पारदर्शी, निष्पक्ष, उत्तरदायी और कुशल शैक्षणिक शासन स्थापित करना, अनुशासन बनाए रखने एवं उसकी 360° निगरानी करना।

15. छात्रों / शोधार्थियों को विश्विद्यालय कार्य अवधि के बाद भी सुविधाएँ उपलब्ध कराना। 

Friday, April 29, 2022

इंटरनेशनल इम्यूनोलॉजी डे पर भाषा विश्विद्यालय में वेबिनार



इंटरनेशनल इम्यूनोलॉजी डे पर भाषा विश्वविद्यालय में वेबिनार

ब्यूरो चीफ अंकित रावत

ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्विद्यालय में आज अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने इंडियन इम्यूनोलॉजी सोसाइटी के साथ मिल कर इम्यूनोलॉजी पर पोस्टर प्रेजेंटेशन एवं वेबिनार का आयोजन किया। पोस्टर प्रेजेंटेशन के मुख्य अतिथि कैरियर मेडिकल कॉलेज के सहायक आचार्य डॉ अरविंद मेहता रहे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों ने रुचि के साथ अपने पोस्टर का विस्तृत वर्णन दिया। डॉ मेहता से संवाद करते हुए विद्यार्थियों ने उनके सभी प्रश्नों का यथोचित उत्तर भी दिया। 


इसी क्रम में वेबिनार का भी आयोजन हुआ जिसमें मुख्य वक्ता केजीएमयू के पैथोलॉजी विभाग के एडिशनल प्रोफेसर प्रो वाहिद अली और इसआरएम यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ ताबिश रहे। अपने व्याख्यान में डॉ ताबिश ने इम्यूनोलॉजी के विषय मे विस्तृत जानकारी दी एवं डॉ वाहिद ने कोविड संक्रमण और उसके बचाव तथा उपचार की चर्चा की। अपने व्याख्यान में उन्होंने बताया कि अभी कोविड ख़त्म नही हुआ है इसलिए सावधानी आवश्यक है। इस अवसर पर संकाय के निदेशक प्रो एस के त्रिवेदी ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए आवश्यक है। कार्यक्रम के आयोजक विभाग के प्रभारी डॉ नदीम अंसारी रहे । आयोजन समिति में विभाग की सह आचार्य डॉ ममता शुक्ला तथा सहायक आचार्य डॉ मानवेन्द्र सिंह एवं डॉ शालिनी राय उपस्थित रहे। इस अवसर पर डॉ तत्हीर फातिमा, डॉ अभय कृष्णा, डॉ प्रियंका सूर्यवंशी सहित अन्य शिक्षकों ने भाग लिया तथा भारी मात्रा में विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।

Wednesday, April 27, 2022

ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विवि, लखनऊ के कुलपति पद का पदभार प्रो एनबी सिंह को प्रदान किया गया है

 ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विवि, लखनऊ के कुलपति पद का पदभार प्रो एनबी सिंह को प्रदान किया गया


ब्यूरो चीफ अंकित रावत

केएमसी भाषा विवि, लखनऊ के कुलपति पद का पदभार प्रो एनबी सिंह को प्रदान किया गया है। यह सूचना राज्यपाल सचिवालय द्वारा पत्र जारी कर साझा की गई।

प्रो एनबी सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, लखनऊ के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के आचार्य हैं।

पूर्व में प्रो सिंह एचबीटीयू, कानपुर के कुलपति रह चुके हैं। साथ ही प्रो सिंह एकेटीयू के डायरेक्टर इनोवेशन और आरईसी, कन्नौज के निदेशक भी रह चुके हैं।

प्रो एनबी सिंह ने बताया है कि वह पदभार ग्रहण करने के बाद भाषा विवि की अवधारणा को मूर्तरूप देने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य करेंगे।

प्रो  एन बी सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को विवि में पूर्णतया लागू किया जाएगा। साथ ही वोकेशनल कोर्सेज भी शुरू किए जाएंगे।

Friday, April 22, 2022

ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में विश्व पृथ्वी दिवस पर ग्रह विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ तत्हीर फातिमा द्वारा विद्यार्थियों के साथ परिसर में वृक्षारोपण किया गया



 ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में विश्व पृथ्वी दिवस पर ग्रह विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ तत्हीर फातिमा द्वारा विद्यार्थियों के साथ परिसर में वृक्षारोपण किया गया

ब्यूरो चीफ अंकित रावत

लखनऊ


ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में आज दिनांक 22/04/2022 को भूगोल विभाग द्वारा "विश्व पृथ्वी दिवस" पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसके समन्वयक डॉ प्रवीन कुमार राय, विभागाध्यक्ष, भूगोल विभाग रहे। कार्यक्रम में विश्व पृथ्वी दिवस की थीम पर एक पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सभी विभागों के विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर प्रतिभागिता की । 


पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बीएससी बायोटेक की  रेचल पॉल,  को प्राप्त हुआ। द्वितीय स्थान पर इकरा, बीए इकोनोमिक्स तथा तृतीय स्थान पर राफे अहमद, बीएससी बायोटेक रहे। प्रथम स्थान प्राप्तकर्ता को पुरस्कार के रूप में ₹500, द्वितीय को ₹300 तथा तृतीय को ₹200 की धन राशि भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष द्वारा दी गई। कार्यक्रम में 10 प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए । 

कार्यक्रम में विश्व पृथ्वी दिवस पर एक व्याख्यानमाला का भी आयोजन किया गया जिसमें डॉ प्रवीण कुमार राय ने विशेष व्याख्यान दिया एवं डॉ. नलिनी मिश्रा, सहायक आचार्य, शिक्षा शास्त्र विभाग ने विश्व पृथ्वी दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला ।कार्यक्रम की सफलता में  डॉ हारून रशीद, डॉ.उधम सिंह,तथा  डॉ.शालिनी राय,का महत्वपूर्ण योगदान रहा । कार्यक्रम के अंत में डॉ.राहुल कुमार मिश्रा, सहायक अचार्य, अर्थशास्त्र विभाग द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।


डॉ तनु डंग 

मीडिया प्रभारी 

केएमसी भाषा विश्वविद्यालय

आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में सिविल सेवा दिवस पर आधारित एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया


आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में सिविल सेवा दिवस पर आधारित एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया



ब्यूरो चीफ अंकित रावत

लखनऊ

आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आज ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के राजनीति शास्त्र विभाग कि डॉ तबिंदा सुल्ताना द्वारा सिविल सेवा दिवस पर आधारित एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रश्न मुख्यतः तीन क्षेत्रों पर आधारित रहे - सिविल सेवा, राजनीति शास्त्र एवं बजट । इस प्रतियोगिता में विभिन्न संकाय के छात्र-छात्राओं द्वारा भाग लिया गया।


कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में इतिहास विभाग की डॉ पूनम चौधरी तथा हिंदी विभाग की जहां आरा जैदी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राजनीति शास्त्र विभाग की छात्रा अरीबा नदीम ने किया।

कार्यक्रम में प्रथम स्थान पर टीम C के सदस्य समर्थ अवस्थी, इक़रा तथा दीक्षा रहे। द्वितीय स्थान पर टीम B से महविश, शोभा तथा रुचि रहे एवं टीम A की नैंसी, मानसी और महिमा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

डॉ तनु डंग 

मीडिया प्रभारी 

केएमसी भाषा विश्वविद्यालय 


Thursday, April 21, 2022

प्रत्येक विद्यालय में क्रियान्वित होना चाहिये आपदा प्रबंधन का एक्शन प्लान: डॉ० सुषमा गुलेरिया


प्रत्येक विद्यालय में क्रियान्वित होना चाहिए आपदा प्रबंधन का एक्शन प्लान :डॉ० सुषमा गुलेरिया 



ब्यूरो चीफ अंकित रावत

लखनऊ

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान नई दिल्ली की सहायक अचार्य डॉ० सुषमा गुलेरिया ने आज ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में शिक्षाशास्त्र विभाग द्वारा "आपदा प्रबंधन" विषयक पर आयोजित ऑनलाइन कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहीं। कार्यशाला का आयोजन शिक्षाशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो० चंदना डे की अध्यक्षता में किया गया ।


डॉ० सुषमा गुलेरिया ने अपने शैक्षणिक ज्ञान तथा विभिन्न अनुभवों को छात्र-छात्राओं के साथ साझा करते हुए बताया कि वर्तमान समय में आपदा प्रबंधन का विशेष महत्व है। उन्होंने आपदा को विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, जलवायु परिवर्तन, यातायात दुर्घटना, कृषि, समाज तथा व्यक्ति की मानसिक स्तिथि से जोड़ते हुए आपदा प्रबंधन की भूमिका से अवगत कराया। 


डॉ० गुलेरिया ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से विस्थापन की समस्या, कृषि में उपज तथा खाद्य पदार्थों की कमी के कारण भुखमरी, व्यक्ति के मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या जैसी गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय में आपदा प्रबंधन का एक्शन प्लान होना चाहिए तथा केंद्र सरकार के अंतर्गत राष्ट्रीय स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम के प्रावधानों को निश्चित रूप से क्रियान्वित किया जाना चाहिए।कार्यशाला का संचालन शिक्षाशास्त्र विभाग की श्रीमती विभा सिंह  ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष प्रो० चंदना डे द्वारा दिया गया। कार्यशाला में शिक्षाशास्त्र विभाग के सभी विद्यार्थी तथा शिक्षक श्री आयुष मिश्रा, सुश्री पुजा सिंह  एवं विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे।



Monday, April 18, 2022

भाषा विश्वविद्यालय में 'आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत शहादत के उपलक्ष्य में बलिदान दिवस मनाया गया



भाषा विश्वविद्यालय में 'आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत तात्या टोपे शहादत के उपलक्ष्य में बलिदान दिवस मनाया गया



ब्यूरो चीफ अंकित रावत


ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में आज 'आजादी का अमृत महोत्सव' के अन्तर्गत तांत्या टोपे की शहादत के उपलक्ष्य में बलिदान दिवस मनाया गया । कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय की रोवर्स एंड रेंजर्स यूनिट द्वारा किया गया जिसके समन्वयक डॉ. जावेद अख्तर, डॉ. मोहम्मद शारिक, डॉ अमीना हुसैन (रेंजर्स), डॉ सिद्धार्थ (रोवर्स) रहे । कार्यक्रम के दौरान इतिहास विभाग की विषय प्रभारी डॉ पूनम चौधरी ने तांत्या टोपे के जीवन और संघर्षों पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया। उनके वक्तव्य ने विद्यार्थियों में गर्व और देशभक्ति का संचार किया। छात्रों ने बलिदान दिवस विषय पर पोस्टर भी तैयार किये।


Wednesday, April 6, 2022

भाषा विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिक वाहन विषय पर सेमिनार


भाषा विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक वाहन विषय पर सेमिनार


ब्यूरो चीफ अंकित रावत

ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संकाय में वैडेव इंडिया के सहयोग से आज स्मार्ट इलेक्ट्रिक बाइक विषय पर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित हुआ। सेमिनार माननीय कुलपति प्रो आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में आयोजित किया गया एवं इसके मुख्य वक्ता श्री सौरभ शुक्ला एवं श्री आमिर हुसैन रिजवी रहे । कार्यक्रम के आरंभ में यांत्रिकी विभाग के सहायक आचार्य और इस सेमिनार के समन्वयक डॉ सैयद असगर हुसैन रिजवी ने विषय का परिचय दिया। विषय पर चर्चा करते हुए श्री सौरभ शुक्ला ने विद्यार्थियों को इलेक्ट्रिक वाहन एवं उसकी उपयोगिता समझाई। इसी क्रम में आगे बोलते हुए उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहन तैयार करने की विधि एवं उपयोग में लाए जाने वाले उपकरणों की जानकारी दी। इस सेमिनार का समापन संकाय के निदेशक प्रो संजीव कुमार त्रिवेदी ने धन्यवाद ज्ञापन से किया।कार्यक्रम के आयोजन में विशेष सहयोग विभाग के सहायक आचार्य श्री रमेश कुमार वर्मा, श्री विवेक बाजपेई, श्री उन्नी किशन का रहा। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभागिता की।

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में डॉ. सुमन कुमार को विभागाध्यक्ष पद का प्रभार सौंपा गया

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में डॉ. सुमन कुमार को विभागाध्यक्ष पद का प्रभार सौंपा गया । रिपो...