Saturday, January 13, 2024

भाषा विश्वविद्यालय: 8वें दीक्षांत समारोह में, मिले पदक, खिले चेहरे*

 *भाषा विश्वविद्यालय: 8वें दीक्षांत समारोह में, मिले पदक, खिले चेहरे* 



 *लखनऊ* - ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के 8वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। बतादें कि सीतापुर हरदोई रोड अवस्थित ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में 8वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह विश्वविद्यालय की शोभा यात्रा के साथ प्रारम्भ हुई। शोभा यात्रा के पश्चात राष्ट्रगीत वन्देमातरम हुआ। जिसके बाद कलश जल भरण हुआ।

जल भरण कार्यक्रम के बाद कुलगीत जो कि कवि गजेन्द्र सिंह सोलंकी जी के द्वारा रचित का गायन हुआ। समारोह के स्वागत भाषण देते हुए विश्वविद्यालय  के माननीय कुलपति प्रो. नरेन्द्र बहादुर सिंह ने कहा कि अष्ठम दीक्षांत में आए सभी का स्वागत किया। कुलपति ने कहा कि माननीय राज्यपाल के मार्गदर्शन से विद्यार्थी चरित्र निर्माण कर रहें हैं। प्रो. सिंह ने केरल के राज्यपाल को राष्ट्रवाद के संवाहक के रूप में योगदान दे रहे हैं। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है। भाषा विश्वविद्यालय के विद्यार्थी समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विश्वविद्यालय का नाम रौशन कर रहें हैं। उसके बाद सभी संकाय अध्यक्षों ने अपने अपने संकाय के पदक एवं पीएच. डी. उपाधि धारको के लिए माननीय कुलपति के द्वारा उपाधि एवं दीक्षा देने की घोषणा की। दीक्षा कार्यक्रम के पश्चात माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने सभी की डिग्रियां को डिजी लॉकर पर अपलोड करने का उदघाटन किया गया। इसके पश्चात पीएच. डी. डिग्रियों का वितरण किया गया। इसके बाद पदक वितरण कार्यक्रम संपन्न हुआ।


 जिसमें मुख्यत : शादाब आलम को 3 स्वर्ण पदक, अश्वनि बर्नवाल को 3, प्रिया को 2 स्वर्ण पदक, शाकिर हुसैन को तीन स्वर्ण पदक, देवेन्द्र को 2 स्वर्ण पदक, चन्द्रकेतु को 02 स्वर्ण पदक, हर्ष्टिता को 02 स्वर्ण पदक सहित विभिन्न कक्षाओं के स्वर्ण पदक, रजत पदक और कांस्य पदक माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल, श्री आरिफ मोहम्मद खान, योगेन्द्र, उच्च शिक्षा मंत्री, उपाध्याय, रजनी तिवारी, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री और कुलपति प्रो. नरेन्द्र बहादुर सिंह ने प्रदान किए। इसके बाद पद्मभूषण प्रो. कपिल कपूर को डी. लिट की उपाधि राज्यपाल एवं कुलाधिपति द्वारा प्रदान की गई। समारोह को संबोधित करते हुए विशिष्ठ अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि डिग्री लेने के पश्चात विद्यार्थियों को सामाजिक योगदान अवश्य देना चहिए।

समारोह में इसके बाद केरल के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान ने सम्बोधित करते हुए कहा कि भाषा विश्वविद्यालय के मोटो, भाषा विश्वम योजयति को अपने अंदर विकसित करने की सलाह दी। खान ने कहा कि अधिक भाषा के जानकार का चेतन स्तर दूसरों के तुलना में अधिक संवेदनशील होता है। राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान  ने कहा कि मानव का शरीर ही परमात्मा है। इसके बाद भारतीय प्रादेशिक लोकगीत पुस्तक का विमोचन हुआ साथ ही विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उदघाटन भी राज्यपाल महोदय द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अगले सत्र में विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांवों के विद्यार्थियों को उपहार दिए गए। इसके साथ ही गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी किट एवं उपहार का वितरण हुआ। कार्यक्रम के अगले सत्र में विश्वविद्यालय की कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने दीक्षांत सभी को संबोधित करते हुए कहा कि सभी पदक एवं उपाधि प्राप्त कर्ताओं को बधाई दी। राज्यपाल ने कहा कि भारत के उदय का कारण यहां के विश्वविद्यालयों का अग्रसर होना है। आपने कहा कि भाषा विश्वविद्यालय को भी निश्चित तौर पर A++  के लिए प्रयासरत होना चाहिए। सभी विद्यार्थियों को अपने ज्ञान का अर्जन समाज के हित में लगाना चाहिए। उन्होंने छात्राओं के हीमोग्लोबिन की जांच करने को निर्देशित किया साथ ही महामहिम ने यह भी कहा की यदि किसी छात्रा का हीमोग्लोबिन कम निकलता है तो उसके अभिभावक को बुला कर उनकी काउंसलिंग की जाए एवं जांच रिपोर्ट को राजभवन भेजी जाए इसके साथ साथ उन्होंने विश्विद्यालय परिसर की सफाई को सुनिश्चित करने का निर्देशित किया। राज्यपाल ने कहा कि भाषा विश्वविद्यालय सभी विषयों में NEP लागू किया है। उन्होंने भाषा के द्वारा समन्वय, विकास की प्रस्तावना पर जोर दिया। पटेल ने कहा कि भारत भाषा के मामले में समृद्ध है। इसी के आधार पर हमें अपनी सांस्कृतिक सरंक्षण भी प्राप्त होता है।

दीक्षांत समारोह का संचालन डॉ. नीरज शुक्ला ने किया। दीक्षांत समारोह के दौरान विश्व विद्यालय के सभी शिक्षक, अधिकारी, शिक्षणेत्तर कर्मचारी सहित भारी तादाद में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Wednesday, January 10, 2024

*शेड्स ऑफ ड्रीम ने सजाई साहित्य और सुरों की महफ़िल

 *शेड्स ऑफ ड्रीम ने सजाई साहित्य और सुरों की महफ़िल*


 *लखनऊ* - जब एक ही मंच पर कविता, शायरी पढ़ी जा रही हो और साथ में संगीत कलाकार अपने सुर बिखेर रहे हो,श्रोता उनकी प्रस्तुति के मुरीद होकर तालियाँ बजा रहे हो। तो वह महफ़िल अपने आप ही अनूठी और शानदार हो जाती है। कुछ ऐसा ही नजारा दिखा लखनऊ के हजरतगंज के आर्टिस्ट बेयरफुट स्टूडियो में शेड्स ऑफ ड्रीम द्वारा आयोजित कार्यक्रम में। जहाँ बड़ी मात्रा में कवि, शायर और संगीत सहित तमाम विधाओं के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यूपी सरकार के पीसीएस अधिकारी रजत पांडेय रहे। इसके अलावा प्रमुख अतिथियों में दीपक गोस्वामी(मैनेजर इंडियन बैंक), राष्ट्रीय कवियत्री वंदना विशेष, दीपिका गोस्वामी एवं आकृति तिवारी की विशेष उपस्थिति रही। सभी अतिथियों का शेड्स ऑफ ड्रीम द्वारा स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि रजत पांडेय ने कहा कि अपने आज को बेहतर तरीके से जियो तो कितनी भी विषम परिस्थिति हो,आगे की राह अपने आप बन जाएगी इसके अलावा अन्य अतिथियों ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। राष्ट्रीय कवियत्री वंदना विशेष के काव्यपाठ ने श्रोताओं का मन मोहा वही चर्चित हास्य कवि अंकुर पाठक ने अपनी रचनाओं से महफ़िल लूट ली, उनकी साहित्यिक सेवाओ के लिए उन्हें टीम द्वारा साहित्य सम्मान प्रदान किया गया। हर्षित सिंह दीपू, काव्या मिश्रा, प्रांजल जायसवाल ,अमित यादव अनंत ने भी विशेष प्रस्तुति दी। मंच का संचालन हर्षित सिंह और अंकुर आनंदित ने किया। कार्यक्रम के अंत मे विभिन्न विधाओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया तथा समस्त प्रतिभागियों को सम्मान पत्र का वितरण किया गया।कार्यक्रम के प्रमुख संयोजक मो.फैसल ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विजय चौधरी,राजेन्द्र, जूही मध्यान,आकांक्षा सिंह सहित सैकड़ों कवि शायर,संगीत कलाकार और श्रोता उपस्थित रहे।

Saturday, January 6, 2024

हैदरगढ़ तहसील के बरावां ग्राम के निवासी सुधांशु सिंह का राजस्व विभाग के राजस्व लेखपाल पद पर चयन

 *हैदरगढ़ तहसील के बरावां ग्राम के निवासी सुधांशु सिंह का  राजस्व विभाग के राजस्व लेखपाल पद पर चयन


हैदरगढ़ तहसील के बरावां ग्राम के निवासी सुधांशु सिंह का चयन हाल ही में राजस्व विभाग के राजस्व लेखपाल पद पर हुआ है, उनके पिता राजस्व विभाग में ही बतौर राजस्व निरीक्षक तहसील कैसरगंज में तैनात हैं। इसके पूर्व भी सुधांशु के तमाम नौकरियों में अन्तिम चयन रुकते रहे हैं।

VDO पुनर्परीक्षा 2018 में भी इनके 241 अंक हैं, साथ ही हाल ही में हुई कनिष्ठ सहायक परीक्षा में भी बहुत अच्छे अंक हैं जिसमे परिणाम आते ही इन परीक्षाओं में भी इनका चयन सुनिश्चित है. इन उपलब्धियों से परिजनों में खुशी की लहर है!

वर्ष 2016 से ही प्रतियोगी परीक्षाओं में बहुत सी परीक्षाएं इन्होंने उत्तीर्ण की हैं तथा प्रारंभिक अर्हता परीक्षा 2021 में 100 में 86 से अधिक अंक लाकर ये लेखपाल मुख्य परीक्षा के लिए चयनित हुए तथा लेखपाल मुख्य परीक्षा में 100 में 88.50  सर्वोच्च प्रकार के अंकों के साथ  राजस्व लेखपाल के पद पर चयनित हुए हैं..!

सुधांशु बेहद प्रतिभा के धनी हैं तथा उच्च शिक्षा में प्रवीण हैं बातचीत के दौरान इन्होंने बताया कि इंटरमीडिएट परीक्षा में भी इनके अंक 89% के करीब थे, इन्होंने हिन्दी और समाजशास्त्र में दो भिन्न भिन्न विषयों में परस्नातक किया है, तथा 2021 में ही इन्होंने अपनी वकालत की डिग्री, पूर्ण कर स्वयं सरकारी नौकरी को अपने करियर और जीविका का माध्यम बनाया ये नौकरी इनके परिवार के पांचवी सरकारी सेवा है, आपको बताते चलें कि इनके पिता,  बड़े भाई, भाभी, व बहन पहले से सरकारी सेवा में कार्यरत हैं।

सुधांशु अपनी इस सफ़लता का श्रेय अपनी बड़ी बहन, एवं माता-पिता तथा अन्य परिवार के सदस्यों समेत सभी गुरुजनों और अपने पूर्व में चयनित मित्रों को देते हैं। सुधांशु विभिन्न समूहों के माध्यम से हजारों प्रतियोगी अभ्यर्थियों को अपने अनुभव से मार्गदर्शन भी प्रदान कर रहे हैं..!

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में डॉ. सुमन कुमार को विभागाध्यक्ष पद का प्रभार सौंपा गया

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में डॉ. सुमन कुमार को विभागाध्यक्ष पद का प्रभार सौंपा गया । रिपो...