Thursday, September 28, 2023

श्याम लाइब्रेरी की हुई शुरुवात, छात्रों के लिए बनी सौगात*

       

       

     *श्याम लाइब्रेरी की हुई शुरुवात, छात्रों के लिए बनी सौगात*

सीतापुर से अमित यादव की रिपोर्ट 

 सीतापुर - लाइब्रेरी में बैठकर एक छात्र द्वारा अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना यह सपना केवल बड़े बड़े शहरों का माना जाता है पर अब इस सोच को बदलने का प्रयास किया है, श्याम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी द्वारा अटरिया कस्बे में लाइब्रेरी एंड रीडिंग सेंटर की शुरुआत कर। अटरिया के नीलगांव रोड पर श्याम बुक डिपो एंड जनसेवा केंद्र के नजदीक स्थापित लाइब्रेरी,ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों के लिए बेहद अनमोल और उपयोगी तोहफा है। लाइब्रेरी में बैठ कर पढ़ने और अपनी तैयारी को धार देने का सपना व अटरिया कस्बे में ही पूरा होगा। मैनेजिंग डायरेक्टर  संदीप यादव ने बताया कि लाइब्रेरी आधुनिक सुविधाओं से युक्त है जहाँ छात्रों को अध्ययन की हर सुविधा का ख्याल रखा गया है जिससे वह एकाग्रचित्त होकर तैयारी कर सके। और परीक्षाओं में सफल होकर सुनहरा भविष्य बनाये।उन्होंने आगे बताया कि क्षेत्र के सैकड़ो छात्र उनसे सम्पर्क कर लाइब्रेरी में  पढ़ने  को उत्साहित दिख रहे हैं।लाइब्रेरी के उद्घाटन  में क्षेत्र के गणमान्य नागरिक,समाजसेवी,व्यवसायी एवं छात्रों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई जिनमे समाजसेवी रामकुमार यादव(अटरिया), सूर्य प्रकाश यादव(पूर्व प्रधान), अमरेश यादव(प्रधान अहेवा), श्याम यादव, बबलू यादव,अंकु सिंह, संदीप शुक्ला(शिक्षक),सुमित यादव(शिक्षक)राकेश कुमार,गुड्डू पाल,अमरजीत यादव, अमित यादव, एपी मिश्रा,चंद्रप्रकाश सिंह, विनय,वायुनायक कश्यप, बबलू बंसल, चंचल मिश्रा,आलोक ठाकुर,शिवम सिंह, भानु प्रताप, सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। लाइब्रेरी के उद्घाटन के साथ ही क्षेत्र के लोग मेनेजिंग  डायरेक्टर संदीप यादव को बधाई दे रहे हैं तथा इस सोच की सराहना कर रहे हैं।

Thursday, September 14, 2023

भारतीय भाषाओं की उत्पत्ति और हिंदी का राष्ट्रीय महत्व' विषय पर आयोजित की गई परिचर्चा


   भारतीय भाषाओं की उत्पत्ति और हिंदी का राष्ट्रीय महत्व' विषय पर आयोजित की गई परिचर्

        

लखनऊ   कृष्णा देवी गर्ल्स डिग्री कॉलेज , रामनगर , आलमबाग , लखनऊ में प्राचार्या प्रोफेसर सारिका दुबे के कुशल दिशा - निर्देशन में 'हिंदी- दिवस' के अवसर पर 'परिचर्चा' का आयोजन किया गया। जिसका विषय - 'भारतीय भाषाओं की उत्पत्ति और हिंदी का राष्ट्रीय महत्व' रहा।

महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो.सारिका दुबे ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हमारे देश में 14 सितंबर 1949 को संविधान में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया, आज हमें अपनी भाषा और संस्कृति पर गर्व करना चाहिए और हमें अपने बच्चों को भी अपनी भाषा पर गर्व करना सिखाना चाहिए।

 कार्यक्रम के मुख्य मुख्य अतिथि शैलेंद्र दुबे , (अध्यक्ष ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन) ने भारतीय भाषाओं की उत्पत्ति और हिंदी के राष्ट्रीय महत्व पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि जब तक हिंदी को रोजगार से नहीं जोड़ा जाएगा अर्थात रोजगार के आधार में हिंदी नहीं होगी कब तक हिंदी को उसका स्थान दिला पाना एक मुश्किल काम है। उन्होंने कहा की हिंदी के राष्ट्रीय एकता में सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व जग जाहिर है किंतु रोजगार के लिए आज भी अंग्रेजी बोलना और अंग्रेजी का ज्ञान जरूरी माना जाता है। उन्होंने कहा कि हिन्दी की स्वतंत्रता आन्दोलन में बड़ी भूमिका रही है किन्तु अत्यन्त खेद का विषय है कि हिन्दी को स्वतन्त्रता के बाद वह स्थान आज तक नहीं मिला जो अन्य देशों में राष्ट्र भाषा को मिलता है।

         कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रमोद शुक्ला , (वरिष्ठ जेल अधीक्षक) (सेवानिवृत्त) ने अपने प्रभावपूर्ण वक्तव्यों द्वारा कहा कि- हिंदी भाषा दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है उन्होंने बताया कि हिंदी के विकास मे कवियों लेखकों और रिसर्च करने वालों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है जिसमें भारतीय और विदेशी दोनों शामिल है।


कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि इं.जयप्रकाश , (अध्यक्ष राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन ,उत्तर प्रदेश) ने अपने ज्ञानवर्धक विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि -हिंदी को सिर्फ हिंदी दिवस तक ही नहीं सीमित करना चाहिए बल्कि इसे व्यापक स्तर तक प्रयोग करना चाहिए।

कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि श्रीमती रीना त्रिपाठी (शिक्षिका एवं समाजसेविका) ने अपने सरल और प्रभावी विचारों को व्यक्त करते हुए -महाविद्यालय की छात्राओं को शुद्ध हिंदी में लिखने और पढ़ने के लिए प्रेरित किया ।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजू शुक्ला जी ने अपने प्रभावपूर्ण शब्दों में -हिंदी भाषा के व्यापक प्रचार प्रसार पर विचार व्यक्त किया।कार्यक्रम का आयोजन-प्रियंका मिश्रा, गीता भारद्वाज, डॉ अमिता यादव द्वारा किया गया।कार्यक्रम का संचालन -डॉक्टर अमिता यादव द्वारा किया गया

Monday, September 4, 2023

तेजेश गुरु जी के नाम रही, कविताओं की शाम

 *तेजेश गुरु जी के नाम रही, कविताओं की शाम।*





  लखनऊ - साहित्य जगत के पुरोधा स्व. तेजनारायण पांडेय 'तेजेश' गुरु जी को श्रद्धांजलि स्वरूप कलम काव्य फाउंडेशन द्वारा काव्यजंलि का आयोजन  ब्राइट कैरियर स्कूल सभागार,दुबग्गा ,लखनऊ में किया गया। जिसमें प्रदेश के कोने कोने से पधारे अंतरराष्ट्रीय,राष्ट्रीय टीवी फेम एवं नवांकुर कवियों सहित समाजसेवी एवं शैक्षिक जगत की हस्तियाँ मौजूद रही।कार्यक्रम की शुरुवात माँ शारदे की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन के साथ हुई।इसके बाद स्व.तेजेश गुरु जी के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। मंच पर आमंत्रित कवियों और मुख्य अतिथि, व अन्य अतिथियों का सम्मान किया गया।तेजस जी के सुपुत्र और मुख्य अतिथि समाजसेवी,पूर्व पार्षद, अनुराग पांडेय ने उनके जीवन वृतांत पर चर्चा की। इसके बाद कवि सम्मेलन की शुरुआत हुई जिसमे विशिष्ट कवि सुप्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय हास्य कवि विकास सिंह बौखल जी,हास्य कवि शेखर त्रिपाठी,डॉ. ओम शर्मा ओम, सोमनाथ कश्यप,वंदना विशेष गुप्ता,अवरेंद्र अवस्थी फौजी,सौरभ त्रिपाठी,गौरव मीर

सिराज ख़ान ने अपनी रचनाओं से  काव्यजंलि देकर,कवि सम्मेलन  को ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। मंच का संचालन हास्य कवि सौरभ जायसवाल ने किया।वरिष्ठ कवियों के साथ नवांकुरों ने भी काव्यपाठ किया जिसमें दिव्यांशु दिव्य,शादिल सिद्दकी,अमन मिश्रा,अमित यादव अनंत,शुभम राजवंशी, शिखर शर्मा,रंगोली पंडित,कीर्ति शर्मा वानी,सेजल वैश्य , ने काव्य पाठ कर श्रोताओं का मन मोहा। इसके बाद  आयोजक अंकुर पाठक ने सभी का आभार व्यक्त किया तथा,बताया कि फाउंडेशन लगातार साहित्य साधना के लिए प्रतिबद्ध है।इस लिए इस कार्यक्रम को साहित्य के एक पुरोधा को समर्पित किया गया है। देश के वरिष्ठ कवियों के साथ नवांकुरों को भी मंच मिले इसके लिए समय समय पर लगातार कार्यक्रमों का आयोजन होता रहेगा।

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में डॉ. सुमन कुमार को विभागाध्यक्ष पद का प्रभार सौंपा गया

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में डॉ. सुमन कुमार को विभागाध्यक्ष पद का प्रभार सौंपा गया । रिपो...