Tuesday, February 15, 2022

ठुमरी गीतो की बारीकी से रूबरू हुए संगीत के छात्र: डॉ ऋचा मिश्रा

ठुमरी गीतो की बारीकी से रुबरु हुए संगीत के छात्र: डॉ ऋचा मिश्रा


कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में चल रही सात दिवसीय संगीत कार्यशाला के दूसरे दिन आज बनारस शैली में खमाज राग और जत ताल पर आधारित ठुमरी के बारे में विस्तार से बताया और रियाज कराया गया। हाइब्रिड ( ऑन लाईन और ऑफ लाईन ) माध्यम से ठुमरी एवं दादरा की इस संगीत कार्यशाला की संयोजिका डॉ. ऋचा मिश्रा ने बताया कि रिसोर्स पर्सन डॉ. शालिनी वेद त्रिपाठी जी ने बनारस शैली में खमाज राग तथा जत ताल पर आधारित ठुमरी ‘इतनी अरज मोरी मान’ और राग देस वा ताल दीपचंदी पर आधारित होरी ठुमरी ‘होरी खेल ना जाने’ को बहुत ही सुंदर तरीके से सिखाया, जिसे सभी छात्र, छात्राओं ने भी आनंदित हो कर सीखा और गाया भी। तबले पर विभाग में कार्यरत संगतकार निशांत कुमार सिंह ने कुशल संगत दी। इस अवसर पर ऑन लाईन ऑफ लाईन दोनों माध्यमों से पंजीकृत शिक्षक, शोधार्थी, छात्र छात्रायें तथा कार्यशाला आयोजन समिति के सदस्य डॉ. रागिनी स्वर्णकार एवं शुभम वर्मा आदि शिक्षक उपस्थित रहे। डॉ. ऋचा मिश्रा ने सहभागिता करने वाले सभी प्रतिभागियों का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने बताया कि यह कार्यशाला कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक जी के कुशल निर्देशन में संचालित किया जा रहा है। कुलपति जी संगीत जैसी कलाओं की शिक्षा एवं प्रचार-प्रसार के लिए संकल्पित हैं। 

सपा प्रत्याशी पूजा शुक्ला को राधा कृष्ण जी की स्मृति भेट की -अधिवक्ता राहुल कुमार यादव

 

सपा प्रत्याशी पूजा शुक्ला को राधा कृष्ण जी की स्मृति भेट की - अधिवक्ता राहुल कुमार यादव


लखनऊ

172 लखनऊ उत्तर विधान सभा से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी पूजा शुक्ला ने मंगलवार दिन भर अपना चुनाव प्रचार भारी जन समूह के बीच किया । सुबह उनका काफिला फैजुल्लागंज प्रथम ,द्वितीय, तृतीय और साथ ही साथ जानकीपुरम प्रथम वार्ड के पार्षद चांद सिद्दीकी जी के कार्यालय पर आकर जनता को संबोधित करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी जनता की बेहतरी के लिए प्रतिबद्ध है और 2022 में बाइसिकल आनी तय है। उन्होंने कहा समाजवादी पार्टी के पद चिन्हों व नीतियों और उनके विचारों पर चलते हुए समाजवादी पार्टी अपना अभियान जारी रखेंगी !

इसके बाद उनकी पदयात्रा मड़ियांव गांव व जानकीपुरम के क्षेत्रों में गया व वहां के लोगों से मिला ! 


इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के *युवा नेता* व *लखनऊ सेंट्रल बार एसोसिएशन* के *अधिवक्ता राहुल कुमार यादव* जी ने राधा कृष्ण जी कि स्मृति दी और समाजवादी पार्टी कि सरकार बनाने का आशीर्वाद मिला । इस मौके पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता विनय यादव, शोभित तिवारी, हिमांशु यादव , सुरेश साहू, शानू भाई, पंकज, मनोज भदौरिया व शुक्ला भाई उपस्थित रहें।

Thursday, February 3, 2022

चिल्लूपार का रण: योगी फैक्टर के साथ ही ब्राह्मण बनाम ब्राह्मण की लड़ाई पर जोर

चिल्लूपार का रण : योगी फैक्टर के साथ ही ब्राह्मण बनाम ब्राह्मण की लड़ाई पर जोर



गोरखपुर- उत्तर प्रदेश में एक तरफ जहां बारिश के साथ ही मौसम में सर्दी का सितम जारी है तो वहीं राजनीतिक गर्मी पूरी तपिश दे रही है। पूर्वांचल में इस बार लड़ाई काफी रोमांचक मुकाबले में दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री का गृह जनपद गोरखपुर इस बार भी काफी चर्चा में बना हुआ है। 


नौ विधानसभा वाले गोरखपुर में पिछली बार सत्तासीन भाजपा के पाले में 08 सीट आई थी। जनपद के दक्षिणांचल में स्थित चिल्लूपार विधानसभा सीट पर भाजपा अपना परचम नही लहरा पाई और यहां बाहुबली व माफिया हरिशंकर तिवारी के पुत्र विनय तिवारी ने बसपा के टिकट पर जीत दर्ज किया था। इस बार विनय शंकर तिवारी ने चुनाव से पहले अपने पूरे कुनबे के साथ सपा का दामन थाम लिया है। सपा ने उन्हें प्रत्याशी भी बनाया है। इसके साथ ही भाजपा ने पूर्व मंत्री व पूर्व में भी प्रत्याशी रहे राजेश त्रिपाठी को टिकट दिया है। बसपा की बात करें तो बसपा ने यहां से पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह पहलवान को प्रभारी प्रत्याशी बनाया है। लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा के राजेश त्रिपाठी व सपा के विनयशंकर तिवारी में दिखाई देता है।


ब्राह्मण बाहुल्य इस सीट पर ब्राह्मण मतदाता काफी अहम माने जाते हैं। हालांकि पिछले तीन चुनाव में यह सीट बसपा के ही खाते में रही है। 2007 से 2017 तक राजेश त्रिपाठी बसपा से ही यहां के विधायक चुने गए थे। 2017 में विनय शंकर तिवारी भी बसपा के टिकट पर ही चुनाव जीते थे। लेकिन 2022 का मुकाबला काफी बदला हुआ नजर आ रहा है।


इस बार न राजेश त्रिपाठी बसपा में हैं और न ही विनय शंकर तिवारी। राजेश जहां भाजपा के सहारे चुनाव जीतने में लगे है तो वहीं विनयशंकर सपा के साइकिल पर सवार होकर चुनाव जीतने के कोशिश में लगे है। ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र होने के नाते दोनों प्रत्याशी ब्राह्मण मतदाताओं को अपने तरफ करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। कहा जाता है कि चिल्लूपार का ब्राह्मण जिसके साथ होता है उसी की जीत होती है। हालांकि मुख्यमंत्री का गृह जनपद होने के नाते योगी आदित्यनाथ का भी प्रभाव काफी दिखाई पड़ता है। राजेश त्रिपाठी जहां केंद्र व प्रदेश के डबल इंजन सरकार द्वारा किये गये विकास के कार्य, अपराधियों व दबंगो पर किये गये कार्य को गिना रहें है तो वहीं विनय शंकर तिवारी ब्राह्मण अत्याचार की बात कहकर जनता को अपने तरफ आकर्षित करना चाहते हैं। गौरतलब हो कि पिछले 2017 के चुनाव में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री का चेहरा नही घोषित किया गया था, लेकिन इस बार सबको पता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं और संगठन ने दुबारा उनपर भरोसा जताया है तो भाजपा नेताओं को उम्मीद है कि इस बार चिल्लूपार में भी इसका असर होगा और जीत हासिल होगी। भाजपा के प्रत्याशी राजेश त्रिपाठी का कहना है कि 2007 से पहले चिल्लूपार को दबंगई के वजह से जाना जाता था। लेकिन 2007 में उन्होंने पं हरिशंकर तिवारी को चुनाव हराकर इसपर विराम लगाया। उन्होंने कहा कि जिस जगह पर गोली व बारूद की बात की जाती थी मैंने चुनाव जीतने के बाद ही सबसे पहले होम्योपैथिक मेडिकल कालेज के तोयफ़ा क्षेत्रवासियों को दिया। अब चिल्लूपार की धरती से डॉक्टर पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव के मेरा पैर टूट गया था, इसके साथ ही हरिशंकर तिवारी ने अपने बाहुबल के प्रयास से दस हजार वोटों की बूथ कैप्चरिंग की और गलत तरीके से चुनाव जीत सकें लेकिन इस बार ऐसा नही होने वाला। इस बार स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर चिल्लूपार सीट पर है। जनता भी मोदी व योगी के विकास कार्यों को देख रही है। उन्हें विकास के साथ ही धर्म व राष्ट्र की सेवा करने वाला नेता चाहिए बल्कि ब्राह्मण-ब्राह्मण के नाम पर जनता को गुमराह करने वाला कोई बाहुबली व माफिया नही।


पूर्व मंत्री ने कहा कि जहां तक बात ब्राह्मण की है तो ब्राह्मण वर्ग समाज का काफी विद्वान वर्ग माना जाता है। ब्राह्मण की बात करने वाले श्री तिवारी बताएं कि उन्होंने क्षेत्र के कितने ब्राह्मणों का भला किया है। उन्होंने सिर्फ ब्राह्मणों के नाम पर वोट प्राप्त कर उन्हें ठगने का काम किया है। आज जब केंद्र में मोदी व प्रदेश में योगी की सरकार है तो ब्राह्मणों के साथ ही हिन्दुओ के आराध्य श्रीराम चन्द्र के मंदिर के साथ ही काशी व मथुरा में भी मन्दिर का निर्माण मोदी व योगी के नेतृत्व में किया जा रहा है। ब्राह्मण वर्ग आस्थावान होता है, और उनके आस्था को किसी ने समझा है तो भाजपा ने। ब्राह्मण वोट की बात करने वाले विनय स्वयं सपा में जाकर शामिल हो जाते है। सपा की सरकार में ही राम भक्तों पर गोलियां चलाई गई थी। उनके शासन में किस प्रकार से गुंडागर्दी होती थी इसे बताने की आवश्यकता नही है। तो क्या यह समझा जाये कि अपने पुराने समय के गुंडागर्दी को कायम रखने के लिए वह लोग सपा में शामिल हुए हैं। अगर ऐसा है तो सनद हो कि चिल्लूपार में भी आने वाले समय मे योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर चलेगा और इस बार बूथ की कैप्चरिंग नही बल्कि लोकतांत्रिक तरीके से वोट पड़ेंगे।

Tuesday, February 1, 2022

ऑनलाइन रैगिंग का स्वरूप है साइबर बुलिंग- डॉ राकेश चंद्रा

ऑनलाइन रैगिंग का स्वरूप है साइबर बुलिंग - डॉ राकेश चंद्रा 



लखनऊ

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित वेबिनार ‘साइबर क्राइम एंड कम्पलायंस ऑफ़ साइबर ला’ में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ राकेश चंद्रा, 
पूर्व IAS अधिकारी, ने कहा कि साइबर बुलिंग ऑनलाइन रैगिंग का स्वरूप है। 

वेबिनार का आयोजन विश्विद्यालय के विद्यार्थियों को साइबर अपराध को समझने, उससे बचाव करने एवं उससे संबंधित कानूनों की जानकारी देने के लिए किया गया।इसका उद्देश्य साइबर अपराध नियंत्रण और साइबर अपराध के नए तरीकों के विषय मे विद्यार्थियों को सम्यक शिक्षा प्रदान करना भी रहा ।

कार्यक्रम के दौरान डॉ चंद्रा ने विद्यार्थियों को साइबर बुलिंग यानी अश्लील भाषा, तस्वीरों एवं धमकियों से इंटरनेट पर किसी को तंग करना व उसे रोकने हेतु बनाये गए कानूनों के बारे में बताया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि साइबर अपराध साधारणतः किसी प्रकार की हिंसा नही फैलाते लेकिन किसी व्यक्ति के चरित्र एवं सम्मान के साथ खिलवाड़ कर विभिन्न अपराधों को जन्म देते है। उन्होंने बताया कि इसे रोकने के लिए पुलिस की सहायता ले सकते हैं व साइबर सेल में भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि माता पिता को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है कि बच्चे मोबाइल का क्या उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को सुझाव दिया कि ऐसी कोई भी घटना होने पर सर्वप्रथम उन्हें अपने घर वालों को बताना चाहिए।
विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया एवं विभागाध्यक्ष प्रो चांदना डे, डॉ रुचिता सुजॉय चौधरी, डॉ शचीन्द्र शेखर, डॉ काज़िम रिज़वी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में डॉ. सुमन कुमार को विभागाध्यक्ष पद का प्रभार सौंपा गया

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में डॉ. सुमन कुमार को विभागाध्यक्ष पद का प्रभार सौंपा गया । रिपो...