Sunday, October 30, 2022

नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा आयोजित लखनऊ पुस्तक मेले में उमड़ी युवाओं की भीड़


नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा आयोजित लखनऊ पुस्तक मेले में उमड़ी युवाओं की भीड़


रिपोर्ट नीलेश मौर्या

लखनऊ 

नेशनल बुक ट्रस्ट नई दिल्ली द्वारा लखनऊ में आयोजित पुस्तक मेले में आज युवाओं की भीड़ उमड़ी। हर उम्र और वर्ग को लुभाते इस पुस्तक मेले के दूसरे दिन कई रोमांचक गतिविधियों का आयोजन किया गया। युवाओं को पुस्तकों की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से आज इस पुस्तक मेले में युवाकॉन कॉर्नर का उद्घाटन भी किया गया। जिसमें युवा लेखक धर्म राज गुप्ता मंचासीन रहे। लिखने की रुचि रखने वाले युवाओं ने उनसे बात चीत कर ये जानने का प्रयास किया कि किस प्रकार वो भविष्य में एक सक्षम लेखक बन अपने आपको समाज के सामने प्रस्तुत करने योग्य बनें।


शहर के विभिन्न हिस्सों से आए युवाओं एवं बच्चों ने चिल्ड्रेन्स एम्फीथियेटर के माध्यम से स्टोरी राइटिंग, स्टोरी टेलिंग जिसमें संचालन डा.शिवानी कनौडिया ,इलस्ट्रेशन कार्यशाला में संचालन श्री कैनेटो जीमो, पिक्चर बुक मेकर तथा जिग्नेश चावड़ा के द्वारा किया गया । सभी गतिविधियों में बच्चों ने हर्ष और उल्लास के साथ हिस्सा लिया और कार्यक्रम का खूब आनंद और लाभ उठाया । आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित इस मेले में आज *माय इंडिया@100* विषय पर क्रिएटिव राइटिंग कंपटीशन का आयोजन किया गया जिसमें अधिक मात्रा में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। 


पुस्तक मेले में ऑथर्स कॉर्नर के तहत विषय विशेषज्ञों द्वारा लेखन से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा भी आयोजित की जा रही है । *आज इस श्रृंखला में भारत केंद्रित शिक्षा पद्धति पर माधवेन्द्र सिंह ने अशोक गांगुली से वार्ता की*। सभी ने भारतीय इतिहास में शिक्षा के महत्व और उसके बदलते स्वरूप के विषय में अपने विचार रखे। 


एनईपी २०२० में भारतीय शिक्षा पद्धति में कई आधारभूत परिवर्तन करने की बात की गई है जिसमें क्षेत्रीय भाषाओं की किताबों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना मुख्य हैं। इससे संबंधित और पहलुओं को उजागर करने के लिए *एनईपी २०२० के संदर्भ में शिक्षा’विषय पर श्री अशोक गांगुली, सी बी एस ई पूर्व अध्यक्ष , श्री माधवेंद्र सिंह , अखिल भारतीय महासचिव एकल अभियान एवं अजय मिश्र,लखनऊ विश्वविद्यालय के जूलॉजी के प्रो. एवं वैज्ञानिक ने तीसरे सत्र में अपने विचार रखे*।उन्होंने किताबों के महत्व को बताया तथा श्री अशोक गांगुली जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि "भावी पीढ़ी का नाता हिंदी से रखें क्योंकि जब चिंता देश की भाषा में होगी तो देश की होगी"


ऑथर्स कॉर्नर में भी बड़ी संख्या में पाठकों ने हिस्सा लिया। रविवार के कारण आज मेले में लगे हर स्टॉल पर लोगों की भीड़ रही। युवाओं के साथ साथ बुजुर्गों और बच्चों ने भी पुस्तक मेले और उसमें आयोजित सांस्कृतिक एवं अकादमिक गतिविधियों का आनंद लिया।

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ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में डॉ. सुमन कुमार को विभागाध्यक्ष पद का प्रभार सौंपा गया । रिपो...